हाई-प्रोफाइल मामले में दिलीप को सभी आरोपों से बरी कर दिया गया

Dileep acquitted of all charges in high-profile case

मलयालम अभिनेता दिलीप को मलयालम फिल्म उद्योग की एक अन्य अभिनेत्री से जुड़े हाई-प्रोफाइल 2017 अपहरण और बलात्कार मामले में सभी आरोपों से बरी कर दिया गया है। एर्नाकुलम जिला और सत्र न्यायालय ने लगभग आठ साल की कानूनी कार्यवाही के बाद फैसला सुनाया, जिसमें उन्हें आपराधिक साजिश, धमकी और सबूतों को नष्ट करने के आरोपों में दोषी नहीं पाया गया। हालांकि, मुख्य आरोपी पल्सर सनी सहित छह अन्य आरोपियों को उसी अदालत ने बलात्कार और संबंधित अपराधों के लिए दोषी ठहराया था।

मामला 2017 में शुरू हुआ जब एक उत्तरजीवी का अपहरण कर उसके साथ मारपीट की गई, कथित तौर पर ब्लैकमेल के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले अपराध का वीडियो बनाया गया। जांच के दौरान दिलीप को आठवें आरोपी के रूप में नामित किया गया था, जिसमें फोन रिकॉर्ड, सबूत और भुगतान का अनुरोध करने वाले पल्सर सनी से एक लीक पत्र का विश्लेषण शामिल था। हमले के तुरंत बाद दिलीप को गिरफ्तार कर लिया गया लेकिन उस साल बाद में सशर्त जमानत पर रिहा कर दिया गया। जनवरी 2020 में न्यायाधीश हनी एम. वर्गीस के तहत मुकदमा शुरू हुआ और इसमें पक्षपात के आरोपों और मुकदमेबाजी में बदलाव सहित विभिन्न चुनौतियों का सामना करना पड़ा।

बरी होने के बाद, दिलीप को अपनी पत्नी काव्या माधवन के साथ फिर से जुड़ते देखा गया, जिससे एक लंबी और जटिल कानूनी लड़ाई समाप्त हो गई। हालांकि दिलीप को सभी आरोपों से बरी कर दिया गया, लेकिन अदालत आने वाले दिनों में दोषी आरोपियों को सजा सुनाने की तैयारी में है। आरोपों की गंभीर प्रकृति और इसमें शामिल प्रमुख हस्तियों के कारण यह मामला केरल फिल्म उद्योग में सबसे अधिक ध्यान दिए जाने वाले मामलों में से एक रहा है।